| 41. | खबर उड़ानी है बटोही द्वैक मारे की
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| 42. | यह अकंपित-सी तरी व्याकुल बटोही की कहानी ,
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| 43. | बहेलिए और बटोही के बीच जैसी फ़ितरतें
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| 44. | प्रेम बटोही - - प्रेम सागर सिंह
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| 45. | बटोही चुपचाप कुए के पास से निकला।
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| 46. | पूर्व चलने के बटोही बाट की पहचान कर ले।
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| 47. | ग़ज़ल - मत मंसूबे बाँध बटोही . ..
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| 48. | बटोही चुपचाप कुए के पास से निकला।
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| 49. | बटोही की माँ सोलह आने सच बोल रही थी।
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| 50. | पेश है उसी चित्र-शृंखला . .... 'सुजान बटोही' का पुराना चित्र।
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