| 41. | स्वर्ण मुद्रा निष्क , दिनार, सुवर्ण , मात्रिक कहा जाता था।
|
| 42. | स्वर एक मात्रिक होने से उसके दो बिन्दु होते हैं।
|
| 43. | कहीं-कहीं मात्रिक लय सान्य की स्थिति भी परिलक्षित होती है।
|
| 44. | यह भी एक मात्रिक छंद है।
|
| 45. | स्वर एक मात्रिक होने से उसके दो बिन्दु होते हैं।
|
| 46. | दोहा की तरह सोरठा भी अर्ध सम मात्रिक छंद है .
|
| 47. | हिन्दी में मात्रिक छंदों का ही अधिक प्रचार रहा है।
|
| 48. | स्वर एक मात्रा काल तथा व्यंजन अर्द्ध मात्रिक कहलाते हैं।
|
| 49. | यह एक मात्रिक छन्द है जिसमें चार चरण होते हैं।
|
| 50. | सम मात्रिक छंद : अहीर (11
|