दर्शनेंद्रिय की ऐसी रचना की बदौलत मोलस्क प्रकाश की विद्यमानता और अभाव को दर्ज़ कर लेने के साथ-साथ यह भी जान लेता है कि प्रकाश किधर से आ रहा है।
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कुछ देर में एक सीपी लेकर आया है , जिसके भीतर जीवित मोलस्क है, सीपी को हाथ में पकड़कर इल्म होता है कि कोई हलचल है इसके भीतर, कोई नन्हा सा जीव सांस ले रहा है.
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कशेरुकी , एकाइनोडर्मेटा वंशीय जंतु, कीट (आद्यमध्यांत्र) और मोलस्क सहित, कुछ जंतुओं में, आमाशय एक पेशीय, खोखला, पोषण नली का फैला हुआ भाग है जो पाचन नली के प्रमुख अंग के रूप में कार्य करता है.
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यहां प्राणियों की लगभग 75 , 000 जातियां पायी जाती हैं जिनमें 340 स्तनधारी , 1200 पक्षी , 420 सरीसृप , 140 उभयचर , 2000 मछलियां , 50,000 कीट , 4,000 मोलस्क तथा अन्य बिना रीढ़वाले प्राणी हैं।
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चूंकि इन परजीवियों का वाहक घोंघा ( मोलस्क ) होता है जिसके द्वारा खेतों में काम करने वाले मनुष्यों और जलाशयों व चरागाहों में चरने व पानी पीने वाले वाले पशुओं को यह परजीवी संक्रमित कर देता है।
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इन द्वीपों के समुद्र में मछलियों की 1200 से अधिक प्रजातियां , जिनमें 571 प्रजातियां प्रवाल भित्ति में पाई जाती हैैं , इकाइनो डर्म की 350 , घोंघा ( मोलस्क ) समूह की 1000 तथा अन्य सूक्ष्म प्रजातियां पाई जाती हैं।
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मांस शब्द , को आम बोलचाल और व्यावसायिक वर्गीकरण के आधार पर भूमि पर रहने वाले पशुओं के गोश्त के संदर्भ मे प्रयोग किया जाता है (मुख्यत: कशेरुकी: स्तनधारी, पक्षी और सरीसृप), जलीय मतस्य जीवों का मांस मछली की श्रेणी में जबकि अन्य समुद्री जीव जैसे कि क्रसटेशियन, मोलस्क आदि समुद्री
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जानवरों में स्पंज , जेली फ़िश, कुंब जेली (Comb jellies), हाइड्रॉइड्स (Hydroids), सी पेन (Sea pens), डाइनोफ्लैजेलेट्स (Dinoflagelates), रेडियोलेरिया (Radiolaria), समुद्री कीड़े (Marine worms), केचुआ कनखजूरा (Centipedes), ब्रिटिल, स्टार्स (Brittle stars), बहुत से मोलस्क (Molluscs), समुद्रफेन प्राणी (Cuttle-fish), शिं्रप (Shrimps), बहुत भाँति के केकड़े, स्क्विड (Squid) तथा मछलियाँ आदि प्रकाशोत्पादक होती हैं।
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मांस शब्द , को आम बोलचाल और व्यावसायिक वर्गीकरण के आधार पर भूमि पर रहने वाले पशुओं के गोश्त के संदर्भ मे प्रयोग किया जाता है (मुख्यत: कशेरुकी: स्तनधारी, पक्षी और सरीसृप), जलीय मतस्य जीवों का मांस मछली की श्रेणी में जबकि अन्य समुद्री जीव जैसे कि क्रसटेशियन, मोलस्क आदि समुद्री भोजन की श्रेणी में आते हैं।
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मांस शब्द , को आम बोलचाल और व्यावसायिक वर्गीकरण के आधार पर भूमि पर रहने वाले पशुओं के गोश्त के संदर्भ मे प्रयोग किया जाता है (मुख्यत: कशेरुकी: स्तनधारी , पक्षी और सरीसृप ), जलीय मतस्य जीवों का मांस मछली की श्रेणी में जबकि अन्य समुद्री जीव जैसे कि क्रसटेशियन, मोलस्क आदि समुद्री भोजन की श्रेणी में आते हैं।