| 41. | यही प्रमाण पवित्र यजुर्वेद अध्याय 40 मं .
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| 42. | इससे यजुर्वेद तो ग़लत नही हुआ ना .
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| 43. | यजुर्वेद में देवों की प्रार्थानाओं के मंत्र हैं।
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| 44. | यजुर्वेद की दो शाखाएँ हैं कृष्ण और शुक्ल।
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| 45. | यजुर्वेद की भाषा पद्यात्मक एवं गद्यात्मक दोनों है।
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| 46. | कठ उपनिषद् = कृष्ण यजुर्वेद , मुख्य उपिनषद्
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| 47. | कृष्ण यजुर्वेद साखा का एक उपनिषद् है चाक्षुषोपनिषद।
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| 48. | यजुर्वेद की शुक्ल और कृष्ण दो शाखाएं हैं।
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| 49. | मुक्तिक ( १०८) = शुक्ल यजुर्वेद, सामान्य उपिनषद्
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| 50. | आदित्य सम्प्रदाय अथवा शुक्ल यजुर्वेद ही प्रमुख हैं।
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