| 41. | विश्वात्मा - सात समुन्दर पार मै तेरे पीछे पीछे आ गई (
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| 42. | सारा संसार जिसे विश्व कहा जाता है , विश्वात्मा का व्यक्त रूप है।
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| 43. | सारा संसार जिसे विश्व कहा जाता है , विश्वात्मा का व्यक्त रूप है।
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| 44. | अन्त में हम भी उसकी खोज करते-करते विश्वात्मा तक पहुँच जाते हैं-
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| 45. | अतः मानव-शरीरवत् विराट् के दर्शन में विश्वात्मा का दर्शन भी सन्निहित है।
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| 46. | नगीनेवाली इबारत विश्वात्मा से तादात्म्य स्थापित करने का सहज उपाय है ।
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| 47. | मेरे विश्वात्मा स्वरूप में कहाँ जन्म , इस चैतन्य आत्मा की कहाँ मृत्यु?
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| 48. | विश्वात्मा का जगत में प्राकट्य ईसा मसीह के रूप में होता है।
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| 49. | समय की पुकार , विश्वात्मा की गुहार भी इसी को कह सकते हैं।
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| 50. | समय की पुकार , विश्वात्मा की गुहार भी इसी को कह सकते हैं।
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