| 41. | मुक्तिकामीअग्रसोचीएशिया के अग्रगामी चीन की जय ! व्याल के फण पर लहरतेऔ घहरतेबीन की जय !
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| 42. | भीतरी परिक्रमा के छज्जों पर देव , अप्सरा तथा विश्रांति पर व्याल प्रतिमाएँ वर्तमान है।
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| 43. | १ कहै कवि बैनी -बैनी व्याल की चुराई लीन्ही | १ बैनी -कवि , २ -बैनी…
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| 44. | नायिकाओं के पीछे पाशर््व में गज व्याल तथा ऊपर नीचे मकरमुख का अंकन है ।
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| 45. | भव रूपी व्याल से छुड़ाने के प्रसंग में भगवान के लिए उरग-रिपुवासी-विशेषण अभिप्राय सहित है |
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| 46. | यहाँ देवता , अप्सराएँ , व्याल और मिथुन- युग्म अंकन सुंदरता के साथ किया गया है।
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| 47. | यहाँ देवता , अप्सराएँ , व्याल और मिथुन- युग्म अंकन सुंदरता के साथ किया गया है।
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| 48. | भगवान भूतनाथ के धारणकृत उपस्करों में मुख्य जाह्नवी , मयंक , व्याल , विष चार हैं।
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| 49. | भगवान भूतनाथ के धारणकृत उपस्करों में मुख्य जाह्नवी , मयंक , व्याल , विष चार हैं।
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| 50. | सर्प , नाग , फणधर , विषधर , मणिधर , व्याल , भुजंग , कंचुकी … ..
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