सन 1906 में भातीय राष्ट्रीय कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन कलकत्ता में हुआ , जिसकी अ ध्यक्षता “ ग्रेंड ओल्ड मैन ” के नाम से जाने जाने वाले दादा भाई नौरोजी ने की थी , इस सम्मेलन में दादा भाई नौरोजी ने स् व.प िंगली वेंकैय्या के द्वारा निःस्वार्थ भाव से किये गए कार्यों की सरहना की , बाद में उन्हें राष्ट्रीय कांग्रेस का सदस्य मनोनीत कर दिया गया .
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टाइम पत्रिका की मैं सरहना करता हूँ की उसने वो चित्र प्रकाशित नहीं किये पर आज कल के टीवी चैनलओ को तो अपना धन्न्दा करना होता है कई बार तो ऐसा लगता है की इन आतंकवादी घटनो से ही तो टीवी चैनल को जादा अड़ दिखने को मिलती है और टी र प भी बदती है सच मैं बहुत बुरा लगता है तब जब एक घटना और आप अड़ पर अड़ दिखा कर पेसे कमाते हो
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उनकी नकारात्मकता को समझना होगा क्युकी जब सकारात्मक व्यक्तियों का सच सामने आता हैं तो पता चलता हैं कौन क्या थाजब हम एक जगह विदेशी नीतियों का समर्थन करते हैं तो हम चाहते हैं उनकी अच्छी बाते हम को मिले वही अगर क़ोई विदेशी कपड़े पहन लेता हैं तो हम उसको भारतीये सभ्यता का विरोधी मानते हैंसिस्टम तब बदेलगा अजय जी जब हम अपने अन्दर के विरोधभास को ख़तम कर करके उनकी सरहना करना सीखेगे जो सिस्टम से विरुद्ध जा कर अपनी बात कहते हैं .