| 41. | करि अभिमान विषय-रस गीध्यौ , स्याम सरन नहिं आयौ॥
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| 42. | होली खेल्या स्याम संग रंग सूं भरी , री।
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| 43. | स्याम देश के रहनेवाले या वहा की भाषा
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| 44. | के न ऐहैं जो पै स्याम तौ पै ,
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| 45. | देख डरी हो , स्याम! मैं बादल देख डरी।
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| 46. | देख डरी हो , स्याम! मैं बादल देख डरी।
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| 47. | एक राम घन स्याम हित चातक तुलसीदास ॥
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| 48. | घन से सघन स्याम , इंदु पर छाय रहे,
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| 49. | गिरि जनि गिरै स्याम के कर तैं -सूरदास
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| 50. | बिनती करूं हे स्याम लागूं मैं तुम्हारे पांव
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