| 1. | विशालदेव ब्राहमण है , ध्यान एवंआराधना परजिसकी अनुरक्ति है.
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| 2. | विषयों के नित ध्यान से बढ़ती है अनुरक्ति
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| 3. | सतत सृजन की ओर बढ़ें , इतनी अनुरक्ति भरें
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| 4. | विरक्ति और अनुरक्ति का अहसास एक साथ ।
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| 5. | स्तनपान- स्पर्श की तपिश और अनुरक्ति का अहसास
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| 6. | सांस्कारिक अनुरक्ति का भाव-निर्झर यहाँ गीतों एवं नृत्य-गीतों
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| 7. | भक्ति ईश्वर में सर्वश्रेष्ठ अनुरक्ति ( सा परानुरक्तिरीश्वरे-शांडिल्यसूत्र) है।
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| 8. | विरक्ति और अनुरक्ति का अहसास एक साथ ।
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| 9. | परमपिता हो , दो तुम अपने चरणों में अनुरक्ति प्रभो,
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| 10. | देश प्रेम अनुरक्ति का , हिन्दी सबल आधार।
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