| 1. | इस किंवदन्ती में बहुत-सी बातें विचार योग्य हैं।
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| 2. | किंवदन्ती क्यों मैथिल , कान्यकुब्ज, दाक्षिणात्य और सर्यूपारीणादि सभी
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| 3. | उसी किंवदन्ती को सन् 1865 की युक्त प्रान्तीय
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| 4. | आप तो चिट्ठा लगत की जीवित किंवदन्ती हैं।
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| 5. | किंवदन्ती है कि , यह जैन मन्दिर किसी तपस्वी
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| 6. | किंवदन्ती को भारतवर्षीय राजदर्पण से उध्दृत कर दिया।
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| 7. | किंवदन्ती इसे महाभारतकालीन योद्धा अश्वत्थामा से जोड़ती है।
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| 8. | ऐसे आदमी का किंवदन्ती , तिलिस्मी या अजूबा
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| 9. | किंवदन्ती के अनुसार कुटेती देवी दुर्गा का अवतार हैं।
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| 10. | विवाह वाली किंवदन्ती का पता नहीं लगता।
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