| 1. | किलकारी से गूँजा फिर से , सूना भवन हमारा।।
|
| 2. | भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी की आशु कविता- ' किलकारी पर तमाचे'
|
| 3. | भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी की आशु कविता- ' किलकारी पर तमाचे'
|
| 4. | बच्चों जैसी हंसी , धूप की थी वैसी किलकारी,
|
| 5. | फ़िर एक किलकारी मारते हुए वो झड़ गई।
|
| 6. | फ़िर एक किलकारी मारते हुए वो झड़ गई।
|
| 7. | पीछे हल-हल बहती नाली किलकारी कर रही है .
|
| 8. | चार बच्चा के आय से घर किलकारी से
|
| 9. | भगवान मुझे जल्दी ही पोते-पातियों की किलकारी सुनाए !
|
| 10. | ख़ुशी से किलकारी भरती , प्रकृति है नयन मूंदे
|