| 1. | गुरु गोविंद सिंहजीने जीवनभर क्षात्रधर्म साधना की ।
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| 2. | महाभारत ' में क्षात्रधर्म को इसीलिए मान्यता दी गयी
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| 3. | तब तुकाराम जी ने उन्हें क्षात्रधर्म बतलाया -
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| 4. | गुरु गोविंद सिंहजीने जीवनभर क्षात्रधर्म साधना की ।
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| 5. | केवल यह है कि पुराने क्षात्रधर्म में
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| 6. | गुरु गोविंद सिंह -संतोंके क्षात्रधर्म का उत्तम उदाहरण !
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| 7. | गुरु गोविंद सिंह - संतोंके क्षात्रधर्म का उत्तम उदाहरण !
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| 8. | क्षात्रधर्म है सँभाले देश ॥ ”
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| 9. | संतोंकी क्षमाशीलता ( संतोंका क्षात्रधर्म )
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| 10. | जिनमें है क्षात्रधर्म का धृत पूर्णाभिषेक ,
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