| 1. | क्रियानुगत ज्ञाता ज्ञेय रूप में केवल क्रियाओं का
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| 2. | ज्ञाता , ज्ञान और ज्ञेय का भेद मिट जाना।
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| 3. | ये दोनों ज्ञानमीमांसा और ज्ञेय तत्व ही हैं।
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| 4. | ये दोनों ज्ञानमीमांसा और ज्ञेय तत्व ही हैं।
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| 5. | ज्ञेय अनंत है और ज्ञान भी अनंत है।
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| 6. | ज्ञान और ज्ञेय दोनों एक हो जाते हैं।
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| 7. | व्यक्त-अव्यक्त , चर-अचर रूप में सारे प्राणी-पदार्थ ज्ञेय हैं।
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| 8. | तो बहुमान्या नारि भी , पुण्यवति नहिं ज्ञेय ॥
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| 9. | ज्ञान , ज्ञाता और ज्ञेय का संबंध है।
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| 10. | वे उसे पूर्णतया ज्ञेय या प्रमेय नहीं मानते।
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