| 1. | वही वासना झमक आह ! झंझा में रोती चलती।
|
| 2. | वही वासना झमक आह ! झंझा में रोती चलती।
|
| 3. | विचारों की झंझा ने फिर से उसके हृदय
|
| 4. | क्योंकि ये बादल विद्युत झंझा उत्पन्न करते हैं।
|
| 5. | झंझा झकोर गर्जन है , बिजली है, नीरद माला।
|
| 6. | झंझा के थपेड़ों से पिटे हैं फूल -
|
| 7. | झंझा आये तड़ित चमके तुम अडिग रहते सदा
|
| 8. | सघन गगन में भीमप्रकंपन , झंझा के चलते भटके।
|
| 9. | सघन गगन में भीमप्रकंपन , झंझा के चलते भटके।
|
| 10. | वह्नि , बाढ़, उल्का, झंझा की भीषण भू पर।
|