| 1. | [ संपादित करें ] मूल पालि साहित्य या पिटक
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| 2. | ये पिटक बौद्ध धर्म के आगम हैं।
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| 3. | विनय पिटक का शाब्दिक अर्थ “अनुशासन का टोकरी” है।
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| 4. | ये पिटक बौद्ध धर्म के आगम हैं।
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| 5. | विनय पिटक का शाब्दिक अर्थ “अनुशासन का टोकरी” है।
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| 6. | सुत्त पिटक में बुद्धदेव के धर्मोपदेश हैं।
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| 7. | अमिधम्म पिटक में बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धान्त हैं।
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| 8. | मूल पालि साहित्य या पिटक [ संपादित करें]
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| 9. | अमिधम्म पिटक में बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धान्त हैं।
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| 10. | इसी से नाम पड़ा , ' पिटक ' ।
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