| 1. | वह शुद्ध-बुद्ध-मुक्त-नित्य स्वभाव है . प्रकृति बड़ी और त्रिगुणमयीहै.
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| 2. | वह शुद्ध-बुद्ध-मुक्त-नित्य स्वभाव है . प्रकृति बड़ी और त्रिगुणमयीहै.
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| 3. | मानव , प्रकृति तथा अंकनबाह्य रेखाओं से होता है.
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| 4. | मानव , प्रकृति तथा अंकनबाह्य रेखाओं से होता है.
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| 5. | इस प्रतिबद्धता की प्रकृति स्वीकारवादी ( पोजिटिव) होती है.
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| 6. | इस प्रतिबद्धता की प्रकृति स्वीकारवादी ( पोजिटिव) होती है.
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| 7. | आत्माएँ असंख्य हैं और निराकार-साकार प्रकृति भीअनादि है .
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| 8. | अरे ! अभी से प्रकृति का तांडव ?
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| 9. | के रूप में प्रकृति में पाए जाते हैं .
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| 10. | मास्टर कार्यक्रम स्थायी वन एवं प्रकृति प्रबंधन ( इरास्मस
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