| 1. | जे हमकौं आगे मिलैं , तिन भी बंध्या भार।।
|
| 2. | बंध्या दोष दो प्रकार का होता है।
|
| 3. | जे हमकौं आगे मिलैं , तिन भी बंध्या भार।।
|
| 4. | संध्या कर दे ये नपुंसकों की प्रसव-भूमि बंध्या कर दे।
|
| 5. | शंख में दूध डालकर पीने से बंध्या स्त्री गर्भवती होती है।
|
| 6. | भले ही वह बंध्या हो और प्रभाव के स्तर पर बिल्कुल बेकार।
|
| 7. | 8 . सप्तम भाव में पाप ग्रह होने पर स्त्री बंध्या होती है।
|
| 8. | यहाँ कहीं यह शर्त नहीं कि पुरुष नपुंसक और स्त्री बंध्या न हो।
|
| 9. | दोनों बंध्या नारियाँ इस सृष्टि को ही अपनी कोख का आंगन मानती हैं।
|
| 10. | बंध्या सुत बरु काहुहि मारा - कछुये की पीठ पर बाल उग आयें ।
|