| 1. | * छुधा छीन बलहीन सुर सहजेहिं मिलिहहिं आइ।
|
| 2. | अर्थात् बलहीन को आत् मसाक्षात् कार नहीं होता।
|
| 3. | गृह भी अन्तवैंर से , होता है बलहीन ॥
|
| 4. | बलहीन आत्मा की उपलब्धि नहीं किया करते ।
|
| 5. | बलहीन आत्मा की उपलब्धि नहीं किया करते ।
|
| 6. | या मृषा पाषण्ड यह उस कापुरुष बलहीन का ,
|
| 7. | इससे मनुष्य कभी बलहीन और रोगी नहीं होता।
|
| 8. | वे खदेड़नेवालोंके साम्हने से बलहीन होकर भागते हैं।
|
| 9. | बलहीन आत्मा की उपलब्धि नहीं किया करते ।
|
| 10. | निगरानी बलहीन है , तद्नुसार खारिज होने योग्य है।
|