| 1. | जिसके भेद अज्ञानी मूढ़ ना जान पाता है
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| 2. | परम मूढ़ता मूढ़ में , जानो उसे प्रसिद्ध ।
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| 3. | मूढ़ हमेशा लाभ का ही हिसाब रखता है।
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| 4. | अरे मूढ़ ! मैं तुझे सर्वोत्तम शिक्षा देता
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| 5. | अगर नहीं मानोगे तो मूढ़ करार दिए जाओगे” .
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| 6. | मूढ़ होने के लिए मनुष्य होना जरूरी है।
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| 7. | जैसा अन्यद्वार पर , खड़ा रहा जो मूढ़ ॥
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| 8. | रखा सिया ने मुँह सिया , मूढ़ रजक वाचाल.
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| 9. | रखा सिया ने मुँह सिया , मूढ़ रजक वाचाल.
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| 10. | अश्रु बहाते व्यर्थ ही , निर्बल अबला मूढ़ ।।
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