| 1. | आज लगते हैं हमें रसहीन छप्पन भोग भी
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| 2. | “ मेरी कविताएं सूखी नदी सी रसहीन हैं।
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| 3. | खुशियाँ बेरुखी सही , पर दर्द भी रसहीन है।
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| 4. | एक भाषण देने का यह तरीका रसहीन है .
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| 5. | उसके विचार बिल्कुल रसहीन और निरर्थक सिध्द हुए
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| 6. | और बौद्धिक ऐसे कि रसहीन माने जायें ।
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| 7. | उसे सारा संसार रसहीन दिखाई देता है।
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| 8. | रूखी-सूखी बेजान कलुषित रसहीन एकाकी छद्म बुद्धिजीविता का परिणाम .
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| 9. | राम रस के बिना भाव रसहीन है।
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| 10. | जब रचना हो रसहीन , तो फिर क्या कविता होगी!
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