| 1. | आचार्य वराह कहते हैं- ' स्वजनविभवजीवितक्षयं जनयति वज्रमनिष्टलक्षणम्।
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| 2. | आदि वराह , प्रलय वराह और यजना वराह।
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| 3. | आदि वराह , प्रलय वराह और यजना वराह।
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| 4. | वराह ( यज्ञवराह) भागवत, विष्णु, हरिवंश, अग्नि मत्स्य महाभारत
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| 5. | किस का अर्थ है वराह , पोट्टा यानि आंत-अंतड़ियां।
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| 6. | हाथी अवतार नहीं है , वराह अवतार है।
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| 7. | हाथी अवतार नहीं है , वराह अवतार है।
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| 8. | दहिया शासक वराह जो वहा पर शासन किया !
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| 9. | इस कल्प में वराह अवतार का वर्णन है।
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| 10. | इसी इलाके में ग्यारहवीं शताब्दी में बना वराह
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