| 1. | रचना मे वर्ण्य विषय की मौलिकता है ।
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| 2. | अलंकृत बिम्ब वर्ण्य वस्तु-प्रसंग-दृश्यांश को अलंकारों के द्वारा
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| 3. | वर्ण्य विषय और नायकादि गुरवाणी के सदृश हैं।
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| 4. | स्त्री-पुरुष लिंगानुपात कवि का चिंतनीय वर्ण्य विषय है।
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| 5. | पर कुछ महापुरुषों ने वर्ण्य वस्तुओं तक को
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| 6. | हरिऔध जी के वर्ण्य - विषय में विविधता है।
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| 7. | प्रबन्ध काव्य के भीतर निर्दिष्ट वर्ण्य विषयों का सन्निवेश
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| 8. | वर्ण्य विषय अलंकार नहीं कहा जा सकता।
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| 9. | स्वभावोक्ति में वर्ण्य वस्तु का निर्देश है;
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| 10. | किंतु उनका वर्ण्य विषय कहीं-कहीं भिन्न है।
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