| 1. | दैनिक व्यंग्य विनोद का स्तम्भकांव-कांव इसकी विशेषता थी .
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| 2. | [ १०८] विनोद शंकर व्यासःकलकत्ता से/शिवपूजन सहाय को: [काशी]/२२-१२-३.
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| 3. | रेखा : सच में विनोद मैं नही सुनाती किस्से.
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| 4. | लेकिन सुरेंद्र प्रताप की विनोद वृत्ति अद्भुत थी।
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| 5. | इसका उद्घाटन डीसीपी शहरी विनोद कौशिक ने किया।
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| 6. | मराठी विनोद , मराठी जोक्स, मराठी ज्योक्स, हसा, मराठ...
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| 7. | विनोद ने जिस शहर में बचपन गुजारा ।
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| 8. | अब जैसे मेरे दोस्त विनोद को ही देखिए।
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| 9. | भोले से डाक बाबू विनोद पाराशर प्रिय मित्रो
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| 10. | पर विनोद वृत्ति अंत तक बनी रही ।
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