| 1. | वह इन्द्रियातीत सत चित का द्वार है ।
|
| 2. | सत मार्ग पर हमें चलाओ , जो है सुखदाता॥
|
| 3. | ** सत भावातीत है - गीता - 2 . 16
|
| 4. | सत गुरु सैन दई जब आके जोत रली। '
|
| 5. | * सत गहेए सतगुरु को चीन्हे सतनाम विश्वासा॥
|
| 6. | आप बहुत सत चलेंगे तो नहीं चल पायेंगे।
|
| 7. | एको पल इहिं सुख , का सत कल्प जिए।।
|
| 8. | देव भूमि उत्तरांचल धरती सत सत तुझे प्रणाम
|
| 9. | देव भूमि उत्तरांचल धरती सत सत तुझे प्रणाम
|
| 10. | ससि सत कोटि सुसीतल समन सकल भव त्रास।।
|