| 1. | जोगीदास के द्वारा प्रयुक्त यह छंद सदोष है।
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| 2. | सदोष चकतियों को निकालकर फिर से गला डालते हैं।
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| 3. | खराब , दोषपूर्ण, अधूरा, न्यून, दूषित, सदोष, असंपूर्ण
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| 4. | प्राज्ञ-सभा में ढब समझ , करें न शब्द सदोष ॥
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| 5. | इनके द्वारा प्रयुक्त सभी अरिल्ल सदोष है।
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| 6. | सदोष चकतियों को निकालकर फिर से गला डालते हैं।
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| 7. | सदोष चकतियों को निकालकर फिर से गला डालते हैं।
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| 8. | लिहाजा इसकी अवधारणा सदोष है निर्दोष नहीं है .
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| 9. | सदोष जीवनवाला साधक नहीं हो सकता ।
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| 10. | डॉ . टीकमसिंह ने भी इन्हें सदोष बतलाया है।
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