| 1. | तुम सर्वज्ञ , सर्वज्ञानी हो मां! अपरिमित दात्री हो.
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| 2. | ये दिव्य पितर नित्य एवं सर्वज्ञ होते हैं।
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| 3. | परमात्मा सर्वज्ञ है , सर्वशक्तिमान है और अनन्तानन्दमय है।
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| 4. | सार्वजनिक सर्वज्ञ सार्विक , कहीं शान्त तो कहीं अशान्त।।
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| 5. | ईश्वर अमर , सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, संप्रभु और सर्वव्यापी है.
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| 6. | साईं बाबा अन्तर्यामी , त्रिकालज्ञ और सर्वज्ञ थे।
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| 7. | इसके अनुसार ब्रह्म सर्वशक्तिसंपन्न , सर्वज्ञ तथा सत्य है।
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| 8. | इसके अनुसार ब्रह्म सर्वशक्तिसंपन्न , सर्वज्ञ तथा सत्य है।
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| 9. | नारद , परिचर्चा और सर्वज्ञ जी से मुलाकात करिए।
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| 10. | दौर में पुरंदरदास , कनकदास, सर्वज्ञ तथा भक्ति आंदोलन
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