| 1. | सूरदास ने चौंककर पूछा-कौन है , भैरों ?
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| 2. | सूरदास हरिको रूप निहारे जीवन प्रान हमारे ॥श्री०॥१०॥
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| 3. | चौधारी ने कहा-आओ सूरदास , कैसे चले ?
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| 4. | सूरदास के सम्बन्ध में जी किंवदान्तियाँ प्रचलित है।
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| 5. | मन न भए दस-बीस - सूरदास के पद
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| 6. | सूरदास और तुलसीदास के भक्ति पद भी सुनाए।
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| 7. | सूरदास भगवंत भजन बिनु , बृथा सु जन्म गंवैहैं॥
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| 8. | सुरेन्द्र शर्मा के असाधारण निर्देशन और सूरदास की
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| 9. | यह जमीन पंडा की नहीं , सूरदास की है।
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| 10. | यह जमीन पंडा की नहीं , सूरदास की है।
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