| 1. | इनमें सूर्यकान्त नागर ( प्रदूषण), निरंजन बोहा (शीशा), धरम
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| 2. | “बादल राग” कविता सूर्यकान्त त्रिपाठी ' निराला' रचित “कविश्री”
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| 3. | * सूर्यकान्त नागर , 81 , बैराठी कॉलोनी न.
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| 4. | सूर्यकान्त नागर की तीन पठनीय लघुकथाएँ भी हैं।
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| 5. | सूर्यकान्त एकटक उसकी तरफ देखता ही रह गया।
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| 6. | भारती वन्दना कविता सूर्यकान्त त्रिपाठी ' निराला' रचित “कविश्री”
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| 7. | ज़ूही की कली कविता सूर्यकान्त त्रिपाठी ' निराला' रचि...
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| 8. | सूर्यकान्त सम पर्वत शोभित , चन्द्रकान्त सम हिमराशी।
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| 9. | सुन्दरी” कविता सूर्यकान्त त्रिपाठी ' निराला' रचित “कविश्री” से
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| 10. | सूर्यकान्त त्रिपाठी ' निराला' । देवकी नन्दन खत्री ।
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