| 1. | से ज़्यादा तफ़सील लिखने में हया माने है।
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| 2. | शर्म , हया , लिहाज़ कहाँ है .....
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| 3. | शर्म , हया , लिहाज़ कहाँ है .....
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| 4. | हया यक लख़्त आई और शबाब आहिस्ता आहिस्ता।
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| 5. | शरम हया जैसे भाव उनके थे ही नहीं।
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| 6. | इन्हें शर्म हया नाम की कोई चीज नहीं।
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| 7. | या खुदा , हया और रहम नाम की चीज
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| 8. | या खुदा , हया और रहम नाम की चीज
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| 9. | गानों में शर्म और हया है ही नहीं।
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| 10. | अली हया के शब्द बेहद सटीक है .
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