| 1. | नाम महिमा - भजता क्यूँ ना रे हरिन . ..
|
| 2. | अब अपने सांसद हरिन पाठकजी को ही लीजिये।
|
| 3. | हिरनी ठाड़ि ढकुलिया के नीचे हरिन के बिसूरइ हो।
|
| 4. | हिरनी ठाढ़ि छिउलिया के नीच हरिन के बिसूरइ हो।।
|
| 5. | स्त्रियों का समुदाय , लवा, हरिन और बटेर का झुण्ड
|
| 6. | हरिन भाई , आज गुजरात में भी वही स्थिति है।
|
| 7. | विचरने लगा सानन्द एक स्वर्णिम हरिन ।
|
| 8. | राम ना जाते हरिन संग , सिय ना रावन साथ |
|
| 9. | राम न जाते हरिन संग , सीय न रावन साथ ।
|
| 10. | श्री हरिन पाठक : वह मेरी मांग है, उसे देख लीजिए।
|