| 1. | हसरत मोहानी ने यूँ ही नहीं लिखा था-
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| 2. | विनाश की हसरत पूरी , और शायद तुमने जो
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| 3. | वह मेरे लिये अब तक हसरत ही है।
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| 4. | अब इतनी हसरत से ताकते हैं मेरी ओर
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| 5. | मेरी ये हसरत , इन्सां ही नजर आऊँ तुझको (स्वरचित)
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| 6. | ग़मे-हस्ती ग़मे-नाकाम हसरत से जुदा क्या है ?
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| 7. | बाकी है सलाखें तोड़कर निकल भागने की हसरत
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| 8. | ना कोई हसरत , ना ही कोई उम्मीद ,
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| 9. | परकैंच वो परिंदे हसरत से कह रहे हैं
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| 10. | हसरत मोहानी साहब कहाँ पीछे रहने वाले थे।
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