| 11. | ही नहीं, हालाँकि अंत:करण में उन लोगों को पूरा विश्वास था कि अच्छी
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| 12. | यदि क्रोध, करुणा, दया, प्रेम आदि मनोभाव मनुष्य के अंत:करण से निकल जाएं
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| 13. | अब स्मृति, चिंता, वितर्क, मति आदि अंत:करण की अन्य वृत्तियों को लीजिए जो
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| 14. | उसका कर्म निर्दय होने पर भी ' निर्दयता' उसके अंत:करण में जाग्रत नहीं कही
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| 15. | उसके अंगप्रत्यंग से परिचित हो जाओगे, तब तुम्हारे अंत:करण में इस इच्छा का
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| 16. | अंग-प्रत्यंग से परिचित हो जायँगे, तब आपके अंत:करण में इस इच्छा का सचमुच
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| 17. | जायँ तो यह कर्म निर्दय अवश्य कहा जायगा, पर ढकेलनेवाले के अंत:करण में
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| 18. | 306) अंत:करण मनुष्य का सबसे सच्चा मित्र, नि:स्वार्थ पथप्रदर्शक और वात्सल्यपूर्ण अभिभावक है।
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| 19. | स्वाभाविक है, या कम से कम वासना के रूप में अंत:करण में निहित है।
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| 20. | वस्तुत: तो वे हमारे अंत:करण के सोये होने या जागे होने की सूचनाएं हैं।
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