अंतर्युति के पास में यद्यपि शुक्र का बहुत पतला-सा भाग दिखाई देता है, किन्तु यह पास होने के कारण बहिर्युति वाले पूर्ण दिखाई देने वाले शुक्र से कहीं अधिक प्रकाश परावर्तित करता है।
12.
जब अंतर्ग्रह सूर्य तथा पृथ्वी को मिलानेवाली सरल रेखा में होता है तो उसे ग्रह की अंतर्युति तथा जब अंतर्ग्रह तथा पृथ्वी को मिलानेवाली सरल रेखा सूर्य के केंद्र से होकर जाती है तो उसे बहिर्युति कहते हैं।
13.
सूर्य के साथ अंतर्युति करते हुए जब शुक्र अस्त होता है, तो वह आम लोगों के लिए कष्टकर हो सकता है, किन्तु वही शुक्र सूर्य से बहिर्युति करते हुए जब अस्त हो, तो बहुत ही अच्छा फल प्रदान करता है।