राज्य के उत्तरी भागों में सड़क किनारे आमतौर पर शीशम (डालबर्गिया सिस्सू) के पेड़ पाए जाते हैं, जबकी दक्षिण और दक्षिण-पश्चिमी हरियाणा में कीकर (अकेशिया अरेबिका) के पेड़ व झाड़ियां आमतौर पर मिलती हैं।
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चीड़, देवदार, बाँज और अकेशिया के पेड़ों के बीच पगडंडियों पर चलकर पपरसली से सिमतोला की पहाड़ी पर चढ़ना, चिडि़यों की मीठी चहचहाहट के बीच सूर्योदय या फिर सूर्यास्त के दृश्यों को देखना, हिमालयी शिखरों से साक्षात्कार और चारों तरफ शांत वातावरण!
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चीड़, देवदार, बाँज और अकेशिया के पेड़ों के बीच पगडंडियों पर चलकर पपरसली से सिमतोला की पहाड़ी पर चढ़ना, चिडि़यों की मीठी चहचहाहट के बीच सूर्योदय या फिर सूर्यास्त के दृश्यों को देखना, हिमालयी शिखरों से साक्षात्कार और चारों तरफ शांत वातावरण! प्रकृति वसंत ऋतु में अकेशिया के पीले फूलों से स्वागत करती है, जबकि सितम्बर में कॉसमॉस के रंगबिरंगे फूलों से धरती खिल उठती है।
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चीड़, देवदार, बाँज और अकेशिया के पेड़ों के बीच पगडंडियों पर चलकर पपरसली से सिमतोला की पहाड़ी पर चढ़ना, चिडि़यों की मीठी चहचहाहट के बीच सूर्योदय या फिर सूर्यास्त के दृश्यों को देखना, हिमालयी शिखरों से साक्षात्कार और चारों तरफ शांत वातावरण! प्रकृति वसंत ऋतु में अकेशिया के पीले फूलों से स्वागत करती है, जबकि सितम्बर में कॉसमॉस के रंगबिरंगे फूलों से धरती खिल उठती है।