इसके तीन रूप ज्ञात हैं.-अष्टफलकीय, एकनताक्षय तथा अक्रिस्टलीय रूप. अक्रिस्टलीय रूप-वायु-क्रिस्टलीय रूप २०ऑ एकनताक्ष रूप.
12.
इसके तीन रूप ज्ञात हैं.-अष्टफलकीय, एकनताक्षय तथा अक्रिस्टलीय रूप. अक्रिस्टलीय रूप-वायु-क्रिस्टलीय रूप २०ऑ एकनताक्ष रूप.
13.
अक्रिस्टलीय सिलिकन सूर्य के प्रकाश का विद्युत में रूपांतरण करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।
14.
सिलिका काच की संरचना: ध्यान दें कि संरचना में अधिक दूरी तक एकरूपता या पुनरावृत्ति नहीं है ; अर्थात् यह अक्रिस्टलीय है।
15.
सिलिका काच की संरचना: ध्यान दें कि संरचना में अधिक दूरी तक एकरूपता या पुनरावृत्ति नहीं है ; अर्थात् यह अक्रिस्टलीय है।
16.
ठोसों को उनके अवयवी कणों की व्यवस्था में उपस्थित क्रम की प्रकृति के आधार पर क्रिस्टलीय और अक्रिस्टलीय में वर्गीकृत किया जाता है।
17.
अक्रिस्टलीय ठोसों की प्रकृति समदैशिक होती है क्योंकि भिन-भिन दिशाओं में उनमें दीर्घ परासी व्यवस्था नहीं होती और सभी दिशाओं में अनियमित विन्यास होता है ।
18.
अक्रिस्टलीय ठोस ताप के एक निश्चित परास पर नरम हो जाते हैं और गलाकर साँचे में ढाले जा सकते हैं और इनसे विभिन आकृतियाँ बनाई जा सकती हैं ।
19.
ग्रैफ़ाइट (घ्रप्हिटे) रासायनिक संघटन--छ्ग्रैफ़ाइट कार्बन अपरूप है जो प्रकृति में दो रूपों में पाया जाता हैः--(अ) क्रिस्टलीय (छ्र्य्स्टल्लिने) (आ) अक्रिस्टलीय (आमोर्प्होउस्) क्रिस्टलीय ग्रैफ़ाइट साधारणतः पत्रकों (ञ्लकेस्) में पाया जाता है.
20.
इस श्रेणी में मुख्य सेल तकनीक CdTe, या a-Si, या a-Si + UC-Si अग्रानुक्रम, या CIGS (या चर) हैं. आकारहीन (अक्रिस्टलीय) सिलिकॉन में सूर्य के प्रकाश से रूपांतरण करने की दर 6-12 % होती है.