| 11. | जो जानता है, वह चेतना है; जो नहीं जानता, वह अचेतना है।
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| 12. | जो जानता है, वह चेतना है; जो नहीं जानता, वह अचेतना है।
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| 13. | चेतना व्यक्तिगत है, अचेतना सार्वभौमिक है, परम होश सार्वभौमिक है, चेतना व्यक्तिगत है…।
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| 14. | उसे समय और दूरी का भान न रहा और चेतना और अचेतना का
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| 15. | चेतना, अवचेतना और अचेतना का योग कर के पूर्णता प्राप्त की जा सकती है.
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| 16. | एक मानसिक उदासीनता और सुस्ती सामान्य है और अचेतना भी विकसित हो सकती है
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| 17. | जहां अचेतना है, वहां दोनों नहीं हैं और जहां एक है, वहां अर्द्धचेतना, अर्द्धमूच्र्छा है।
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| 18. | मानसिक संभ्रांति की उस अवस्था को कहते हैं जिसमें अचेतना, अकुलाहट और उत्तेजना पाई जाती है।
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| 19. | क्योंकि उन्होंने कहा कि चेतना जो है और अचेतना जो है, ये सब सांयोगिक गुण हैं।
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| 20. | अचेतना में भी शायद मां अपने बच्चे के लिए उतनी ही चिंतित रहती है जितनी जागते हुए।
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