वैश्विक जलवायु परिवर्तन के भविष्य दर्शन के क्रम में यह स्पष्ट हैं कि पर्यावरण के प्रमुख जीवी घटको हेतु अजीवीय घटकों वायु, जल और मृदा हेतु प्रमुख जनक वनों को तुरंत प्रभाव से काटे जाने से संपूर्ण संवैधानिक शक्ति के साथ मानवीय हितों के लिये रोका जाये ताकि बदलते जलवायु पर थोड़ा ही सही अंकुश तो लगाया जा सके ।