| 11. | तीन तत्वों से अण्डज और चार तत्वों से पिण्डज का निर्माण हुआ ।
|
| 12. | स्तनधारियों की सिर्फ पांच ज्ञात अण्डज प्रजातियां हैं: एकिड्ना की चार प्रजातियां और प्लैटीपस।
|
| 13. | स्तनधारियों की सिर्फ पांच ज्ञात अण्डज प्रजातियां हैं: एकिड्ना की चार प्रजातियां और प्लैटीपस।
|
| 14. | अण्डज खानि में तीन तत्व और पिण्डज खानि में चार तत्व होते हैं ।
|
| 15. | सृष्टि भी स्वेदज, अण्डज, उदिभज्ज तथा जरायुज चार प्रकार की होती है।
|
| 16. | हे धर्मदास! ये सब अण्डज खानि से आये मनुष्य के लक्षण हैं ।
|
| 17. | उनमें से प्रभाकर केवल तीन ' जरायुज, अण्डज और स्वेदज' को ही शरीर मानते हैं।
|
| 18. | पिंजड़े में बन्द करके रखते हैं तो वह बच्चे देने लगता है, अर्थात अण्डज से
|
| 19. | अण्डज योनि में तीन कलाओं के कारण अन्नमय, प्राणमय तथा मनोमय कोषों का विकास होता है।
|
| 20. | सबसे पहले अष्टांगी ने अण्डज-यानी अंडे से उत्पन्न होने वाले जीव खानि की रचना की ।
|