यह ग्रहण धनिष्ठा नक्षत्र एवं कुंभ राशि पर होने से कुंभ राशि के लिए विशेष अशुभ, वहीं मेष को व्यापार लाभ, सिंह को धनलाभ, वृश्चिक को राजकीय उन्नति, मीन को परिवार वृद्धि एवं लाभ के योग, मकर को अतिव्यय से कष्ट, कुंभ को स्वास्थ्य एवं पदहानि, मिथुन को संबंध विच्छेद, तुला को व्यापार कष्ट तथा वृषभ, कर्क, कन्या एवं धनु राशि को मिश्रित फलकारी सिद्ध होगा।