साथ ही, किस्त या ब्याज की अदायगी में चूक करने पर डंडे की जोर पर किसानों से वसूली भी कर लेते हैं।
12.
यदि किश्त की अदायगी में चूक होती है तो विक्रेता को माल वापस लेने या खरीददार पर अदालती कार्रवाई करने का अधिकार होता है।
13.
यदि किश् त की अदायगी में चूक होती है तो विक्रेता को माल वापस लेने या खरीददार पर अदालती कार्रवाई करने का अधिकार होता है।
14.
वास्तव में विभिन्न अनुभव बतलाते हैं कि निजी क्षेत्र सरकार से अन्य भूमिकाओं की अपेक्षाएँ भी रखता है जैसे वह अनुमति, ऋण अदायगी में चूक और वित्तीय तरलता आदि के मामलों में वैधानिक, प्रशासनिक और वित्तीय सहयोग प्रदान करेगी।
15.
‘डॉ. राजेश तलवार को आईपीसी की धारा 203 के तहत एक साल के साधारण कारावास और 2000 रुपए के जुर्माने की सजा भी सुनाई जाती है और जुर्माने की रकम की अदायगी में चूक करने पर एक साल के साधारण कारावास की सजा काटनी होगी।