| 11. | अनन्यता प्रेम का मूल तत्व है चातक भारतीय साहित्य में
|
| 12. | अपने इष्ट को व्यापक-सर्वत्र देखो यही अनन्यता है।
|
| 13. | अनन्यता प्रेम का मूल तत्व है।
|
| 14. | परन्तु पूरी शक्ति लगाये बिना ऐसी अनन्यता नहीं आती ।
|
| 15. | व्रत खाँड़े कैसी धार। ' दूसरे शब्दों में अनन्यता का व्रत तलवार
|
| 16. | अनन्यता ही मेरी पहिचान है और असंग ही मेरी पीड़ा.
|
| 17. | अनन्यता दिखाने के लिए कैसा दृश्य ऊपर से ला रहा है-
|
| 18. | परन्तु उसके बदले में कुछ चाहा नहीं-यह अनन्यता है।
|
| 19. | उसके प्रति ये अनन्यता का भाव और प्रबल हो जाएगा!
|
| 20. | परन्तु उसके बदले में कुछ चाहा नहीं-यह अनन्यता है।
|