पता है कि केबल कार है, जो सभी व्हीलचेयर अनुकूल हवा की स्थिति पर काम नहीं कर रहें, तो निचले और ऊपरी स्टेशनों पर घर छोड़ने से पहले मौसम की जाँ च.
12.
इस संबंध में, यह बेबाक टिप्पणी की जा सकती है कि दक्षिण भारतीयों द्वारा काफी लंबे समय तक हिंदी को दरकिनार करने से संबंधित मनोविज्ञान को अनुकूल हवा देने में खुद हिंदीभाषियों ने अहम भूमिका निभाई है।
13.
यह रिकार्ड अनुकूल हवा के बिना (+0.0 मी/से) तो बना ही, जीत हासिल करने से पहले ही जश्न मनाने की मानसिकता की वजह से वे थोड़े धीमे भी दिखे और उनके जूते का फीता भी खुल गया था.
14.
वे टूटते तो हैं, पर अनुकूल हवा के स्पर्श से या हवा की अपने अनुकूल कल्पना कर लेने मात्र से न सिर्फ़ यह कि ज़िन्दा रह्ते हैं बल्कि ज़िन्दगी को एक नया अर्थ देने का प्रयास करते हैं ।
15.
आपके चेले चमचे ही आपकी असल पूंजी हैं. ये चमत्कारी ही आपके बारे में ऎसी अनुकूल हवा बनाते हैं कि आपकी साहित्य की पतंग, धन वर्षा करती हुई, नित नयी उंचाइयाँ तय करती है.तो जितना हो सके चेले और चमचे बनायें.
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वे टूटते तो हैं, पर अनुकूल हवा के स्पर्श से या हवा की अपने अनुकूल कल्पना कर लेने मात्र से न सिर्फ़ यह कि ज़िन्दा रह्ते हैं बल्कि ज़िन्दगी को एक नया अर्थ देने का प्रयास करते हैं ।
17.
इसके फंक्शन्स (कार्यप्रणाली) की भी प्रशंसा की गयी है, 15.7 घन फीट हैचबैक ट्रक, और चार कोनों का अनुकूल हवा निलंबन जो बेहतर हेंडलिंग को बनाये रखता है (रखने के साथ ही), और साथ ही सार्वजानिक सड़कों पर एक आरामदायक सवारी भी प्रदान करता है.
18.
यदि हमारे सम्मुख कोई निश्चित लक्ष्य नहीं है तो हम तेज टैक्सी की सवारी के समान तेज भागते रहेंगे, लेकिन किसी निश्चित गंतव्य पर नहीं पहुंच पाएंगे, जो नाविक अपनी यात्रा के अंतिम बंदरगाह को नहीं जानता उसके अनुकूल हवा कभी नहीं बहती।
19.
भौगोलिक सुविधाओं जैसे काली मिर्च और अन्य मसालों की प्रचुर मात्रा, नदियों का ऊंची पहाडि़यों और समुद्र से बेहतर जुड़ाव, जहाजों को चलाने के लिए चलने वाली अनुकूल हवा जो जहाजों को अरब सागर के तटीय क्षेत्र से केरल तक पहुंचाने में केवल चालीस दिनों का ही वक्त लगता था।
20.
जिनको आदत है सोने की उपवन की अनुकूल हवा में उनका अस्थिशेष भी उड जाता है बनकर धूल हवा में लेकिन जो संघर्षों का सुख सिरहाने रखकर सोते हैं युग के अंगडाई लेने पर वे ही पैगम्बर होते हैं जो अपने को बीज बनाकर मिट्टी में मिलना सीखे हैं सदियों तक उनके सांचे में धलते हैं व्यवहार चमन के ऐसे नहीं जागकर बैठो......