इसके नतीजे में समाज के सदियों से पिछड़े तबकों जैसे महिलाएं, अनुसूचित जातियां और अनुसूचित जनजातियां
12.
इस वर्ग में वे अनुसूचित जनजातियां आती हैं जो समाजशा के समुदाय की परिभाषा में आती हैं ।
13.
अनुसूचित जनजातियां भारत के संवैधानिक और आधुनिक विकास के दौरान संघर्ष करने के लिए नहीं जानी जाती हैं।
14.
अनुसूचित जनजातियां तथा अनुसूचित जातियों के सदस् यों के लिए नदियों में मात्स्यिकी मुक् त (निशुल् क) हैं।
15.
इसके अलावा कुछ अनुसूचित जनजातियां तो केवल मात्रा (वर्तनी) की सामान्य गलती के कारण संविधान के तहत उन्हें मिलने वाले लाभ से वंचित है।
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१. आदिम जनजातियां: Primitive Tribes: इस वर्ग में वे अनुसूचित जनजातियां आती हैं जो समाजशा के समुदाय की परिभाषा में आती हैं ।
17.
वर्तमान समय में प्रमुख राय यह है कि पहाडी जनजातियां, अनुसूचित जातियां / अनुसूचित जनजातियां, जो एक समय अलग थे, आबादी का प्रमुख हिस्सा है।
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उन्होंने इस बात पर चिन्ता प्रकट की कि अनुसूचित जनजातियां भौगोलिक एवं सामाजिक बहिष्कार और उच्च गरीबी दर से ग्रस्त हैं तथा उपयुक्त प्रशासनिक एवं न्यायिक प्रणाली की उपलब्धता से वंचित हैं।
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सर्वप्रथम सन् 1902 मे कोल्हापुर रियासत में पिछड़ी जातियों, जिसमें वर्तमान की अन्य पिछड़ी जातियां, अनुसूचित जातियां, अनुसूचित जनजातियां तथा गैर-ब्राह्मण जातियां शामिल थीं, को शिक्षा में आरक्षण प्रदान किया गया.
20.
जातिगत उत्पीड़न समूह का मतलब भारत संघ के किसी राज्य में कोई धार्मिक या भाषाई अल्पसंख्यक या भारत के संविधान के अनुच्छेद 366 के खंड 24 और खंड 25 के अर्थ के भीतर अनुसूचित जातियां और अनुसूचित जनजातियां है।