अनौपचारिक भाषा में कहा जा सकता है के मनुष्यों के नज़रिए से हमारे अस्तित्व के दिक् के तीन पहलू या आयाम होते हैं-ऊपर-नीचे, आगे-पीछे और दाएँ-बाएँ।
12.
चे ग्वेरा के साथ यह संबोधन इसलिए भी जुड़ा था कि वह अपने संपर्क में आने वाले लोगों को अनौपचारिक भाषा में अक्सर ‘ चे ' कहकर बुलाता रहता था.
13.
मुझे पता है कि वास्तव में आपकी समस्या क्या है, कृपया मुझे आप की दे और एक अनौपचारिक भाषा का उपयोग करता है यदि आप संपर्क के तहत अपने सेल फोन नंबर (बुलाया बल्कि देर से, देर सुबह या दोपहर) पर तत्काल रहे हैं, मैं संभवतः पेशेवर हस्तक्षेप के साथ एक दूरस्थ सहायता में देख सकते हैं.