भाग्योदय होने पर सब जगह अभीष्ट वस्तु प्राप्त हो जाती है, इसलिए पुरुष का प्रयत्न विफल है, इस अभिप्राय से कहते है।
12.
शुक्र-स्त्री पुत्र प्राप्ति, धन, आरोग्य, घर में कल्याण, राज्य लाभ, राजा की कृपा से सुख सम्मान, वस्त्र भूषण आदि, वाहन आदि अभीष्ट वस्तु का लाभ।
13.
जो मनुष्य इस काण्वशाखोक्त स्तोत्र का पूजा के समय, यात्रा के अवसर पर अथवा प्रात:काल पाठ करता है, वह अवश्य ही अपनी अभीष्ट वस्तु प्राप्त कर लेता है।
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जो मनुष्य इस काण्वशाखोक्त स्तोत्र का पूजा के समय, यात्रा के अवसर पर अथवा प्रात:काल पाठ करता है, वह अवश्य ही अपनी अभीष्ट वस्तु प्राप्त कर लेता है।
15.
मंदिर या घर में पूजा करते हुए अधिकतर लोग भगवान से अपनी अभीष्ट वस्तु प्रदान करने या फिर कोई अन्य सांसरिक होने की इच्छा मन में करते हैं।
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मंदिर या घर में पूजा करते हुए अधिकतर लोग भगवान से अपनी अभीष्ट वस्तु प्रदान करने या फिर कोई अन्य सांसरिक होने की इच्छा मन में करते हैं।
17.
भूल कर रुके नहीं कभी अभीष्ट वस्तु की तलाश! हो गये निराश तय विनाश! हो गये हताश सर्वनाश! यथार्थता महेंद्रभटनागर. जीवन जीना-दूभर-दुर्वह भारी है!
18.
यह युक्त है और वह अयुक्त है, इसके प्रकाशन मे महादीपकरूप एवं अभीष्ट वस्तु की सिद्धि करने वाले प्रचुर विचार का अवलम्बन कर संसाररूप सागर को पार करना चाहिए।
19.
जो मनुष्य इस काण्वशाखोक्त स्तोत्र का पूजा के समय, यात्रा के अवसर पर अथवा प्रात: काल पाठ करता है, वह अवश्य ही अपनी अभीष्ट वस्तु प्राप्त कर लेता है।
20.
जो सत्पुरुषों का दुःख िमटाकर उन्हंे अपने पर्ेम का दान करते हंै, दुष्टों की सांसािरक बढ़ती रोककर उन्हंे मुिक्त देते हंै तथा जो लोग परमहंस आशर्म मंे िस्थत हंै, उन्हंे उनकी भी अभीष्ट वस्तु का दान करते हंै।