मिश्री से बने सितारखण्डमय लिंग पूजा से अरोग्यता, हरताल व त्रिकुट लवण से बनाए गए लवणज लिंग से सौभाग्य प्राप्ति, पार्थिव लिगं से कार्यसिद्धि, भस्मय लिगं से सर्वफल प्राप्ति, गडोरथ लिगं से प्रीति वृद्धि, वशांकुर लिगं से वंश विस्तार, केशास्थि लिगं से शत्रुशमन, पारद शिव लिगं से सुख समृद्धि, कास्य व पीतल से बने शिव लिगं से मोक्ष प्राप्ति होने की मान्यता है।