[2] शुष्क और अर्द्धशुष्क भूमि में सूखा आम हैं, और बारिश के वापस आने पर अच्छी तरह से प्रबंधित भूमि का सूखे से पुनरुद्धार हो सकता है.
12.
शुष्क वन अनुसंधान संस्थान की स्थापना जोधपुर में राजस्थान, गुजरात तथा दादर एवं नगर हवेली के शुष्क एवं अर्द्धशुष्क क्षेत्रों की वानिकी अनुसंधान आवश्यकताओं को पूरा करने की दृष्टि से हुई है।
13.
राजस्थान, गुजरात तथा दादर एवं नगर हवेली के विशेषकर शुष्क एवं अर्द्धशुष्क क्षेत्रों पर विषेष ध्यान देते हुए जैव विविधता का संरक्षण तथा जैव उत्पादकता वृध्दि हेतु वानिकी अनुसंधान करना है जिनमें संस्थान के कार्यक्षेत्रों की आवश्यकताओ हेतु किए जा रहे अनुसंधान कार्य सम्मिलित हैं।
14.
इसका एक सकारात्मक प्रभाव यह है कि खाड़ी क्षेत्र के कुछ अन्य भागों की तुलना में यह क्षेत्र वर्षा से कुछ ज्यादा बचा रहता है, जिससे एक अर्द्धशुष्क एहसास मिलता है और साथ में यहां वार्षिक वर्षा का औसत 14.4 इंच (366 मिलीमीटर) है जबकि खाड़ी क्षेत्र के अन्य भागों में वर्षा की मात्रा इसकी लगभग तीन गुनी हो सकती है।
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इसका एक सकारात्मक प्रभाव यह है कि खाड़ी क्षेत्र के कुछ अन्य भागों की तुलना में यह क्षेत्र वर्षा से कुछ ज्यादा बचा रहता है, जिससे एक अर्द्धशुष्क एहसास मिलता है और साथ में यहां वार्षिक वर्षा का औसत 14.4 इंच (366 मिलीमीटर) है जबकि खाड़ी क्षेत्र के अन्य भागों में वर्षा की मात्रा इसकी लगभग तीन गुनी हो सकती है।