| 11. | बाएँ अलिन्द में दोनों फुफ्फुसीय शिराएँ एक सम्मिलित छिद्र द्वारा खुलती हैं।
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| 12. | दाएँ अलिन्द में पश्च महाशिरा तथा अग्र महाशिरा के छिद्र होते हैं।
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| 13. | बाएँ अलिन्द व निलय के बीच के कपाट पर दो वलन होते हैं।
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| 14. | यह आमतौर पर लीड II होगा (जो अलिन्द से वैद्युत संकेत, पी-तरंग दर्शाता है)
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| 15. | पिछले दिनों में आपने व्योमेश शुक्ल, अलिन्द उपाध्याय और गिरिराज किराड़ू को पढ़ा है।
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| 16. | हृदय के अगले चौड़े भाग को अलिन्द तथा पिछले नुकीले भाग को निलय कहते हैं।
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| 17. | (७) हृद्पात, द्रुतहृदगति तथा अलिन्द विकंपन की उपस्थिति मे उचित रूप शे डिजिटेलिसप्रभावन संम्पन्न करना चाहिए.
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| 18. | दाएँ अलिन्द व निलय के बीच के अलिन्द-निलय कपाट में तीन वलन होते हैं।
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| 19. | दाएँ अलिन्द व निलय के बीच के अलिन्द-निलय कपाट में तीन वलन होते हैं।
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| 20. | उनमें अलिन्द की तुलना में मांशपेशी का अधिक बड़ा द्रव्यमान होता है एवं इसलिए क्यूआरएस (
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