अलौकिक रहस्य प्रसंग पढ़ने-सुनने में अच्छे लग सकते हैं, पर रहते वे व्यक्ति विशेष तक ही सीमित हैं।
12.
/ अथवा हो स्यात् / ऐसा विलक्षण अस्तित्व / जिसकी सूक्ष्मातिसूक्ष्म असंख्य परतों के भीतर छुपा है / लोक की नाड़ियों में बिंधा / अलौकिक रहस्य कृष्ण का / महाप्रकाश-पर्व / जगाते हुए परमआत्म की अखंड ज्योति / शब्द के समूचे ब्रह्माण्ड में!...