लड़किओं को तो ऐसे घूरते हैं कि जैसे वो इनके बाप की जागीर हैं, अश्लील कमेन्ट पास करना, सीटी मारना, आँख मारना, लड़किओं का पीछा करना, उनका रास्ता रोकना जैसे दुष्कर्मों का तो जैसे इन शोहदों को लाइसेन्स मिला हुआ है और वो भी माँ-बाप ने दे रखा है कि जा ओ.... छेड़ो लड़किओं को..... कोई तुम्हे रोकने-टोकने वाला नहीं है।
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किरण को यह पहली बार उसी विद्यालय में पता चला कि लड़की-लड़के भी आपस में दोस्त हो सकते हैं, जैसे लड़की-लड़की या लड़का-लड़का | किरण को यह भी वहीं पता चला कि आँख मारना कभी-कभी ईशारा करना से भी आगे की बात होती है | यह आगे की बात का पता तब चलता है जब किसी खास के आँख का मारना किसी विशेष के हार्ट का एक्सीलेटर बन जाए |
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§ उदाहरणार्थ, ‘‘ अंगारों पर लोटना ', ‘ आँख मारना ', ‘ आँखों में रात काटना ', ‘ आग से खेलना ', ‘ आसमान पर दीया जलाना ', ‘ दूध-घी की नदियां बहाना ', ‘ खून चूसना ', ‘ चैन की वन्शी बजाना ', ‘ ठहाका लगाना ', ‘ लम्बी बांह होना ', ‘ विजय का डंका बजाना ' और शेर बनना ' आदि में लक्षणा शक्ति का प्रयोग हुआ है।